दुर्गेश साहू रायपुर। प्रदेश की कानून-व्यवस्था पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने सोमवार को कलेक्टर-एसपी कॉन्फ्रेंस के दौरान सख्त रुख अपनाया। बैठक के दूसरे दिन मुख्यमंत्री के तेवर बेहद तीखे नज़र आए। उन्होंने साफ कहा जनता की सुरक्षा पर किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सूत्रों के अनुसार, मुख्यमंत्री ने धमतरी, कोरबा और महासमुंद जिलों के एसपी को सीधे तौर पर फटकार लगाई। धमतरी में हाल के दिनों में लगातार बढ़ रही हत्या और चोरी की घटनाओं को लेकर मुख्यमंत्री ने नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि कानून व्यवस्था बनाए रखना पुलिस की पहली जिम्मेदारी है, जनता को असुरक्षा का अहसास होना सबसे बड़ी नाकामी है। इसी तरह कोरबा में अवैध खनन और महासमुंद में नशीले पदार्थों की खुलेआम बिक्री पर मुख्यमंत्री ने तल्ख सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि ऐसे अपराध तभी पनपते हैं जब सिस्टम कमजोर होता है, इसे अब तुरंत सुधारा जाए। मुख्यमंत्री साय ने निर्देश दिए कि राज्य में नशीली दवाओं और मादक पदार्थों के खिलाफ व्यापक अभियान चलाया जाए। उन्होंने कहा कि नशे के कारण अन्य अपराधों को बढ़ावा मिलता है, इसलिए इसे जड़ से खत्म करना होगा। सीएम ने PIT NDPS Act के तहत समयबद्ध कार्रवाई और सीमावर्ती जिलों में सख्त निगरानी के निर्देश भी दिए। बैठक में मुख्यमंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि महिला और बालिकाओं से जुड़े अपराधों में त्वरित कार्रवाई अनिवार्य है। उन्होंने कहा कि ऐसे मामलों में संवेदनशीलता और तत्परता दोनों दिखनी चाहिए, और निर्धारित समयावधि में चालान पेश किया जाए।
मुख्यमंत्री ने चेतावनी भरे लहजे में कहा कानून व्यवस्था पर लापरवाही किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं की जाएगी। अपराधियों में डर और जनता में भरोसा दिखना चाहिए, यही असली पुलिसिंग है। कलेक्टर-एसपी कॉन्फ्रेंस में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के ये सख्त तेवर यह संकेत दे रहे हैं कि आने वाले दिनों में लापरवाह अधिकारियों पर गाज गिर सकती है। अब देखना यह होगा कि मुख्यमंत्री की फटकार के बाद संबंधित जिलों की पुलिस व्यवस्था में कितना सुधार देखने को मिलता है।
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